ये कहानी एक लड़की जिसका नाम रानी है, रानी की एक सहेली की है। तो कहानी रानी की ही जुबानी पेश कर रहा हूँ।
रानी कहती है कि “हमारे घर के पड़ोस में एक अपार्टमेंट था, जहां पर कुछ जिन्न रहते थे। हमारे
अपार्टमेंट के आस पास या बहुत से घर थे। उन घरो में से एक घर मेरी सहेली का था और एक घर एक बाबाजी का
था। वो बाबाजी जो बड़े धार्मिक थे, उन्हें वो जिन्न नज़र आते थे। वो हमेशा पढ़ते पढाते थे, जिस के वजह से वो
जिन्नात काबू में रहते थे। कुछ दिनों बाद उन बाबाजी की मौत हो गई, मौत होने के बाद वो जो जिन्नात थे वो लोगों
को नजर आना शुरू हो गए, लोगों को डराने लगे और नुकसान देने लगे। इसी अपार्टमेंट के पास मेरी सहेली का
घर था। मेरी सहेली दिखने में बहुत खुबसूरत थी, हम दोनों की उमर उस वक्त 20 साल थी। हम साथ में कॉलेज
पढ़ते थे।
मेरी सहेली को ये जिन्नत नज़र आने लगे, उसे डराने लगे। एक रात जब वो सोई तो आधी रात को 2
बजे के करीब उसे अजीब डरावनी आवाजे आने लगी, जैसे कोई रो रहा हो, चीख रहा हो, जिसकी वजह से उसकी
आंख खुली। उसके कमरे में अँधेरा था, अँधेरे में उसके दरवाज़े के पास कोई काला साया खड़ा हुआ नज़र
आया जिसकी ऊँचाई बहुत लंबी थी, या उसकी आँखे लाल थी जैसे अंगारे जल रहे हो। वो इसे ही देख रहा था।
मेरी सहेली बहुत डर गई या जोर से चिल्लाई। उसकी चीख सुनकर घरवाले उसके पास भागते हुए गए। उसने
घरवालो को ये बात बताई तो घरवालो ने कहा के ख्वाब में डर गई होगी, और बात आयी गयी कर दी। 1-2 दिन ऐसे
ही गुजरे. फिर एक रात ऐसे ही हुआ कि आधी रात को मेरी सहेली की आंख खुली तो उसने देखा के वही काला
साया उसके सर के पास खड़ा है। वो डर के मारे चिल्लाने लगी मगर उसकी आवाज नहीं निकल रही थी, वो
बिस्तर से उठकर भागने की कोशिश कर रही थी लेकिन वो बिस्तर से हिल नहीं पा रही थी। जेसे उस साये ने उसे
जकड़ लिया हो। वो साया मेरी सहेली की तरफ देख कर एक डरावानी मुस्कान देने लगा जिससे मेरी सहेली ज्यादा
डर गई। मेरी सहेली दिल ही दिल में कुछ पढ़ने लगी, जिसकी वजह से वो साया गायब हो गया और मेरी सहेली का
जिस्म उसकी पकड से आज़ाद हुआ। वो रोते हुवे कमरे से बाहर भागी. फिर घरवालो को बताया तो घरवालो ने
कहा कि उसे वहम हो रहे हैं, और कुछ नहीं। ये कहकर बात आयी गई कर दी.
मेरी सहेली कहती है कि वो जिन्न उसे हमेशा नज़र आता था और डराता था। कभी मै घर की छत पर
जाती तो वहां कोने में खड़ा नजर आता, कभी पीछे से उसके बालों को पकड़ कर खिचता, कभी रात में अजीब
आवाज में उसका नाम पुकार कर बुलाता। सहेली के घर वाले अब भी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। अब
मामलात ज्यादा ख़राब होने लग गए, मेरी सहेली के जिस्म पे अपने आप कट लगना शुरू हो गए, कहीं हाथ पे कट
कहीं पैर पे कट, पुरे जिस्म पे कट लगने लगे। मेरी सहेली गुमसुम रहने लगी, उसकी हालात दिन ब दिन खराब
होती जा रही थी। कभी बिस्तर से जोर जोर से उछलती थी, जोर जोर से चिखती थी, कभी उसकी आवाज अचानक
बदल जाती थी, मर्द की आवाज में बोलने लगती थी। कभी अचानक रोना शुरू कर देती। कभी दीवार की तरफ
देख के डरते हुए कहती कि वो मुझे मार देगा, मुझे अपने साथ लेकर जाएगा। लेकिन किसी को कोई नज़र नहीं
आता था। उसको जब भी खाना देते थे तब वो खाने की प्लेटें हवा में उड़ने लगती है। फिर उसका अस्पताल में
इलाज करवाया लेकिन कोई असर नहीं हुआ, उसका मनोवैज्ञानिक इलाज भी करवाया लेकिन वहा भी कोई फर्क
नहीं आया।
फिर किसी ने उन्हें एक बाबाजी के बारे में बताया जो इस तरह के लोगो का इलाज करता है। मेरी
सहेली के घरवाले उसे बाबाजी के पास लेकर गए। बाबाजी ने उसका इलाज शुरू किया और कुछ पढ़ने लग गए,
जैसे ही पढ़ाई शुरू कि उस लड़की पर जिन की हाजरी हो गई, और वो मर्द की आवाज में बोलने लगी,
बाबाजी ने उससे पूछा के “कोन हो तुम? लड़की को क्यू परेशान कर रखा है? चाहते क्या हो?” तो वो बोला कि
"मैं एक जिन हूं, मै इस लड़की पर आशिक हूं, ये मुझे बहुत अच्छी लगती है, मै इस लड़की को अपने साथ
लेकर जाऊंगा।" बाबाजी ने कहा कि “तुझे इसकी इजाज़त नहीं, इस लड़की का पिछा छोड़ और चुपचाप चला
जा।” जिन्न ने जाने से इंकार किया तो बाबाजी ने कहा “अगर तू नहीं गया तो मैं तुझे अपनी ताकत से जला दूंगा।
फिर भी वो जिन्न अपनी जिद पे अडा रहा और बाबाजी के मुकाबले में खड़ा हो गया। बाबाजी काफ़ी ताकतवर थे
और जिन्न भी बहुत ताकतवर था। बाबाजी ने बहुत दिन तक मेरी सहेली का इलाज किया या और आखिर जिन्न को
अपनी ताकत से जला कर मार दिया। फिर मेरी सहेली धीरे-धीरे ठीक होने लग गई। इस हादसे की वजह से वो
बहुत कमजोर हो गई थी। उसे पूरी तरह ठीक होने में बहुत वक्त लगा। फिर उसका मेडिकल इलाज भी हुआ।
जिससे उसकी तबीयत में काफी सुधार हुआ। अब वो बिलकुल ठीक है. उसकी शादी भी हो गई और अपने परिवार
में काफी खुश है।
तो दोस्तों ये थी आजकी एक खौफनाक आशिक जिन्न और एक लड़की की कहानी। उम्मीद है
आपको अच्छी लगेगी। मिलते हैं किसी नयी खौफनाक कहानी में।
धन्यवाद
अलविदा,
ध्यान रखें।
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